8. तू ” प्रजा ” है
तू ‘ प्रजा ‘ है ‘प्रजा ‘ ही बन कर रहना , तुम्हारी सेहत के लिए यह ठीक होगा । तुम्हे अपनी ‘ हद ‘ की पहचान होनी चाहिए , साथ ही तुम्हे अपनी हैसयत और औकात का भी ख्याल रखना होगा । तुम्हे “सवाल ” पूछने का हक और आधिकार नही है ,क्यों कि … Read more