10. शिव बनने के लिए ” विष – पान” करना होगा I
तू अकेला अवश्य है पर अनाथ नही है । तू अनभिज्ञ है पर अनजान नहीं है। तू नादान हो सकता है ,पर ना -समझ नही हो सकता । तू एक योद्धा है, संर्घष और संग्राम तेरी नियति है। सफलता और अ -सफलता जीवन में आएगी और जाएगी पर बिना पराक्रम के कभी पराजय स्वीकार मत … Read more