14. मन

” मन “   तंरगित चेतना का नाम ही मन है ।   हमारी चेतना पर विचारों का   जो तंरग है ,उस अवस्था को ही “मन”   कहते हैं ।   “मन” और  “शरीर ” में     कोई मौलिक भेद नही होता ।  ‌‌ ”  मन”  सुक्ष्म  “शरीर ” ‌है तो  “शरीर “   … Read more