13. जीवन संग्राम नही जागरण है ।
जीवन संग्राम नही , यह यज्ञ है “जागरण “का । जहाँ हम अपने विचारों , वृतियों और अपनी कमज़ोरीयों पर पैनी नजर रखते हैं । अपनी दृष्टि से अपने लक्ष्य को कभी ओझल नही होने देते । हमारे जीवन में बहुत से भटकाव आते है ं ,जहाँ अपने को स्थीर और दृढ़ रखना भी एक तपस्या … Read more