72. एक अकेला सब पर भारी
अपने इस “ताज ओ तख्त ” पर इतना गुरुर मत कर मेरे आँका ! आपके स्वास्थ्य के लिये यह ठीक नहीं। सागर कितना भी विशाल हो , उसका भी एक किनारा होता है । आप तो मात्र एक “कतरा ” हैं , “कतरा ” को फ़ना होने में कितना वक्त लगता है ?
Kumar Ajay- An Inspiring Writing
जुनून और जुस्तजू
अपने इस “ताज ओ तख्त ” पर इतना गुरुर मत कर मेरे आँका ! आपके स्वास्थ्य के लिये यह ठीक नहीं। सागर कितना भी विशाल हो , उसका भी एक किनारा होता है । आप तो मात्र एक “कतरा ” हैं , “कतरा ” को फ़ना होने में कितना वक्त लगता है ?