49. हाथ को काम

आज “हाथों ” को काम    का मिलना ही उसका सम्मान और     सत्कार है ,और काम का नही मिलना     एक बद्दुआ है ।     एक गाली है ।     जब तक आपके पास काम      नही होगे ,     आपकी प्रतिभा और प्रयत्न ,     आपके … Read more