58. इन्सान बनने की दुर्लभ यात्रा

इस कायनात में हमसब की अपनी अपनी एक जीवन -यात्रा है । पशु – पक्षी से इन्सान और इन्सान से  परमात्मा तक । जिसमें हमें कई जन्मों और उन जन्मों में कई पडा़वो से गुजरना पडा़ है । कोई भी रचनात्मक  बदलाव आसान नहीं होता ,परन्तु जानवर से इन्सान बनने की जो  अटूट  धारा है … Read more