4. जिन्दगी के कुछ सवाल

अक्सर 

जिन्दगी के कुछ सवाल अनुत्तरित रह जाते है ,हॉ 

या ना मे जबाव देना  बहुत ही मुश्किल होता है ।   

इसलिए कभी कभी हम  जीन्दगी  को

आसुओं  ओर  नियति  के भरोसे छोड़

देते  है।

कुछ चीजें समय तय कर देता है कि

क्या सच था और क्या  झूठ ?  

वर्जनीया  वुलफ एक दिन लंदन की सडको पर

भटकते हुऐ  पूछा था कि ” WHAT  IS  LIFE ” ?

लियो टालसटाय  भी  पुरी जिंदगी इस सवाल से 

जु झते  रहे ।

मक्तिुबोघ भी  पूछते है कि “आखिर  बात  क्या है ” 

क्या जिंदगी खुद मे एक प्रश्न है ?

प्रश्न ही शाश्वत है।

A. “जिंदगी के नाम”

1.  ‘जिंदगी और मुस्कान’ जिंदगी को एक मुस्कान और दिल को जोश ऐ जुनून से जोड़कर तो देख, फिर जिंदगी चलती नहीं, इठलाती है।दुनिया को जोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती,खुद ब खुद जुड़ती चली जाती है।   इस तनाव से भरी दुनिया में सभी को एक प्यार भरी “झप्पी” औरचमकती आंखों की एक सरल मुस्कान की जरूरत है।एक … Read more

2. “जीवन”

‘जीवन’ एक अवसर है,स्वंय के द्वारा, स्वंय के निर्मण का | यदिजीवन होशपूर्ण है तो,यह स्वंय का सतत् सृजन है| जीवननियती का कोई खेल नहीं,प्रकृति द्वारा प्रदतअवसर का एक सार्थक प्रयास है| जीवनको जब सही दिशा और दृष्टि मिलती है तो‘सिद्धार्थ’ भगवान बुद्ध बन जाते है |महात्मा गांधी राष्ट्रपिता के रुप में स्थापित हो जाते … Read more

A “जिंदगी के नाम”

“जिंदगी और मुस्कान “ जिंदगी को एक मुस्कान और दिल को जोश ऐ जुनून से जोड़कर तो देख, फिर जिंदगी चलती नहीं, इठलाती है।दुनिया को जोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती,खुद ब खुद जुड़ती चली जाती है। इस तनाव से भरी दुनिया में , सभी को एक प्यार भरी “झप्पी” और चमकती आंखों की एक सरल मुस्कान … Read more