आज जो लोग P K को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं ,उन्हें P K के भीतर जल रही बदलाव की आग का पता नहीं है । बिहार का आधुनिक राजनीतिक का इतिहास जब भी लिखा जाएगा ,P K के प्रयास को रेखांकित करना पडे़गा । पहली बार P K ने बिहार की जनता को जाति और धर्म में नही , दो वर्ग में विभाजित कर दिया है ,या तो आप बदलाव के पक्ष में है ं या आप बदलाव के विरुद्ध हैं। 2025 का बिहार विधान सभा का चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव साबित होगा ,क्योंकि बिहार का चेहरा और उसका राजनीतिक चरित्र दोनों यह चुनाव बदल कर रख देगा । “जन सुराज ” एक क्रान्ति नही , न ही एक आंदोलन है, बल्कि यथास्थिति के विरुद्ध यह एक सामूहिक विद्रोह है ।यह बिहार के सामाजिक ,आर्थिक और शैक्षणिक बदलाव का वाहक बनेगा , जिसका अक्स आप बिहार के जन-जन की आँखो में देख सकते हैं । अभी तो यह आगाज है , जिसकी घोषणा 2 अक्टुबर को होगी । बिहार की आवाम से बात करने पर पता चलता है कि वेइस बदलाव की मुहिम से कितना उत्साहित हैं ? उनकीआँखों में इस विश्वास की चमक है , कि आने वाला भविष्य स्वर्णिम न भी हो परन्तु सराहनीय और स्वागत योग्य अवश्य होगा । “जन सुराज ” के पास कोई जादु की छडी़ तो है नही , कि कुछ दिनों में सब कुछ बल्ले बल्ले हो जाएगा , उन्हें कुछ वक्त देना होगा ,और हमइसके लिये तैयार हैं । इस बिहार के बदलाव मे ं मुख्य भूमिका बिहार वसियों और बिहार प्रेमियों का होगा ,बिना उनके सहयोग और साथ के यह काम असंभव है । P K तो एक Mentorकी भूमिका में होगें । बदलाव की मशाल तो बिहार कीजनता के हाथ में होगी ।इस बार 2025 का बिहार विधानसभा का चुनाव ऐतिहासिक होगा ,क्योंकि यह चुनाव बिहार का मुस्तकबिल तय करने जा रहा है ।