हम बेरोजगार हैं पर
लाचार और बेबस नहीं हैं ।
हम आज चुप जरूर है ं पर
हमे बे -जुबान समझने की भूल मत करना ।
हमे ं तुम्हारे आकडो़ की जादूगरी की समझ है ,
हमे ं ना- समझ मत समझना ।
हमें केवल एक नेतृत्व की तलाश है ,
सही समय पर हमारी धमक
आप जरुर महसूस करेगे ं ।
आज हम भीड़ की शक्ल में
जरुर है ं , पर कल हम जुलुस
के कतार में मिलेंगे ।