56. हम लाचार नही हैं

हम बेरोजगार हैं पर

लाचार और बेबस नहीं हैं ।

हम आज चुप जरूर है ं पर

हमे बे -जुबान समझने की भूल मत करना ।

हमे ं तुम्हारे आकडो़ की जादूगरी की समझ है ,

हमे ं ना- समझ  मत समझना ।

हमें केवल एक नेतृत्व की तलाश है ,

सही समय पर हमारी धमक

आप जरुर महसूस करेगे ं ।

आज हम भीड़ की शक्ल में

जरुर है ं , पर कल हम जुलुस

के कतार में मिलेंगे ।

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