74. खुला आसमान

मुक्ति की चाह 

क्या होती है ?

यदि यह जानना हो तो

फंदे में फसे उस परिन्दे की

तड़प और फडफडाहट से जाना जा

सकता है ।आजादी क्या होती है ?

मनुष्य की “आजादी”  से बड़ी कोई  ख्वाहिश  नही  हो  सकती ।

आज वह जो कुछ भी ‌बन पाया है ,

और जो भी मुकाम हासिल किया है,

“आजादी “की वजह से  ही  वो  मिल   पाया है ।

यह “आजादी”  ही उसके अस्तित्व की सत्ता

को आज गौरवान्वित करती है ।

अन्यथा,  सब कुछ धुआ धुआ हो सकता था ।

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