इस संसार में
जो सबसे बड़ा अनर्थ है ,
असत्य है , और झूठ है ,
वह है “अहंकार” ।
पुरी मानव जाति को
जीतना दु:ख और संताप
इस “अहंकार” ने दिया है ,
उतना तो उसके दुश्मनों ने भी
नही दिया होगा ।
वास्तव में अज्ञान का विस्तार
ही “अहंकार” है ।
जिसके पास जीवन को देने के लिये
प्रपंच , प्रचार , और पाखण्य के
सिवा कुछ नहीं होता ।