4. जिन्दगी के कुछ सवाल

अक्सर 

जिन्दगी के कुछ सवाल अनुत्तरित रह जाते है ,हॉ 

या ना मे जबाव देना  बहुत ही मुश्किल होता है ।   

इसलिए कभी कभी हम  जीन्दगी  को

आसुओं  ओर  नियति  के भरोसे छोड़

देते  है।

कुछ चीजें समय तय कर देता है कि

क्या सच था और क्या  झूठ ?  

वर्जनीया  वुलफ एक दिन लंदन की सडको पर

भटकते हुऐ  पूछा था कि ” WHAT  IS  LIFE ” ?

लियो टालसटाय  भी  पुरी जिंदगी इस सवाल से 

जु झते  रहे ।

मक्तिुबोघ भी  पूछते है कि “आखिर  बात  क्या है ” 

क्या जिंदगी खुद मे एक प्रश्न है ?

प्रश्न ही शाश्वत है।

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