22. MONEY

आज के इस  “संसार” को

” बाजार ”  ने

 इस तरह नियोजित किया है ,

 जिसमें इंसान का हर कदम

 पैसो के लिए मुहताज़ रहे  ।

 यदि आपके पास  पैसे नही है तो

 आप पुरी तरह ” LOCK ” है ं ,

 चाह कर भी आप कही “MOVE “

 नही कर सकते ।

” अभाव ” पैरो ं में बेड़ियां  डा़ल देता है ।

 ”  आर्थिक  सव्तंत्रता “

  आज के दौर  की सबसे बडी़  ख्वाइस है ,

  रहना भी चाहिऐ ।

  यदि आपके पास पैसा है ,तो आपके पास

” पारस  पत्थर ” है ,

  ये वो  “आलादिन का चिराग ” है ,

 जो सब कुछ ,

 पल भर में  , तुम्हारे हथेली पर हाजीर करने

 की हैसियत रखता है ।

  यह तुम्हारी “सामाजिक  हैसियत “

  बदल देता है ।

  हर मंच, हर महफिल में

  तुम्हारी उपस्थिति एक ” खबर ” है ।

” पैसा “भी अजीब पहेली है ,

  “गरीबी ” हमारी हैसियत और औकात बता देती है ,

   और बिना पैसों  के व्यक्ति की हैसियत ,

   रास्ते में पडे़ खाली केन की तरह होता है ,

   जिसके किस्मत में ठोकरो के सिवा कुछ नहीं होता ।

 ”  जिंदगी “

   में पैसो ं की एहमियत  है और  रहेगी ।

  ” पैसा ” ही वह गारन्टी देता है  कि 

   गभ॔  से  कब्र  तक

   तुम्हारी यात्रा  सुखद और सुरक्षित होगी ।

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